Street food V restaurant food मे कौन खाना बेस्ट होगी ,और क्यों?आइए जानते है एक्सपर्ट की राय ।

 भारत हो या कोई भी देश,सभी देशों के लोगो को घूमने और खाने  का बहुत शौक होता हैं और जब लोग घूमने निकले है तो बाहर  ही खाना खाना ज्यादा लोगों की प्रथम चॉइस होती है । आज ये जानते है कि स्ट्रीट फूड और  होटल (restaurant)   मे कौन सा खाना खाने जाना बेस्ट होता है । 


खाना फ्रेश:_खाना खाने मैं हमेशा ध्यान देना चाहिए की खाना ताजा हो। स्ट्रीट फूड वाले का छोटा सा रेड़ी होती है जिसमे वह थोड़ा ही खाना ले कर रोजा आते है और सबको खिलाते है। होटल मे  बड़ी बड़ी फ्रिज होते है,खाना स्टोर भी किया जाता है।रेड़ी वाले के पास यदि खाना बचा गया तो च उसी दिन उसका कोई उपयोग कर लेते है,उनके पास फ्रिज नही होती है।ज्यादा कर रेड़ी वाले लिमिट मैं ही खाना बना कर लेट हुई जितना ख्वतम हो जाए।

जगह:_खाने का जगह बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता  है होटल मे अच्छी सुविधा होती है,रेड़ी पर खड़े हो कर ज्यादा तार खाना पड़ता है। कुछ ही जगहों पर बैठने की सुविधा होती है ।होल्टल मे खाते समय हर एक चीज की सुविधार होती है जैसे ए.सी, लाइट, चेयर,अच्छा मोहोल,और स्टाफ ।पर रेड़ी वाले खाने मे ये सभी सुविधा ज्यादा कर नही होती है।

वैरायटी और इंक्रेडेंट:_खाने की अधिक वैरायटी केवल होटल मे ही मिल सकती है।रेड़ी मैं ज्यादा वैरायटी नही होती है आपको भी अलग रेड़ी मे जा कर खाना होता है जैसे एक रेड़ी वाला खाना रखता है,पर वह आइसक्रीम नही  रखता है। उसके लिए आपको अलग रेड़ी के पास जाना होगा।पर होटल मे ज्यादा कर ये सुविधा होती है।और खाने के विभिन्न प्रकार  की चीजे मिलती है जो रेड़ी वाले के पास नही होता है ।

हाइजीन:_ खाना खाते टाइम हाइजीन का ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। हाइजीन मतलब  सफाई । होटल मे सुविधा पूरी होती है,पर रेड़ी वाले के पास ये ज्यादा नही होती है।  

प्राइस(पैसे):_ बाहर खाना खाते टाइम पैसे पर  भी ध्यान जाता है,क्योंकि बजट के अकोडिंग ही हो खर्चा कर सकते है। हाई क्लास के लिए पैसे की कोई प्राब्लम नही होती है ,पर मिडिल क्लास को  पैसे देखा कर डिसाइड करना होता है,इसलिए बाहर खाना खाते टाइम पैसे की भी अलग भूमिका होती है।रेड़ी पर आपको काम पैसे मे खून मिल जाता है,पर होटल के लिए बजट अच्छा होना चाहिए,एक कहावत है कि जितना गुड  मीठा करना है,उतनी ही चीनी लगती है। सुविधा के अकोडिंग प्राइस भी लगता है। 

खाने का टेस्ट:_कही भी जय यदि खाने का टेस्ट न हो तो सब बेकार होता है।चाहे च फाइव स्टार होटल हो ,नॉर्मल होटल,या रेड़ी।जिसका खाना अच्छा होता है,फिर राज भी उसी का होता है लोग बार बार वही जाते है ।

रिस्पेक्ट:_बाहर खाना खाने जाते टाइम ये भी देखा जाता है कि कहा  की सर्विस अच्छी है,लोग वही दुबारा भी जाना पसंद करते है। जहा कॉस्मर को सभी चीज की अच्छी सुविधा मिलती है। चाहे च जगह कोई भी हो।कहा जाता है न प्यार से खाना खाना भी एक कला है। 

रिप्रेजेशन:_रिप्रेजेशन मतलब कि खाने को अच्छा तरीका से,सजा कर लाना।खाना कहने से पहले यदि देखने में अच्छा लगे तो लोगो को खाने का शौक और बाद जाता है,जो ये बात रेड़ी पर नही मिलती है,केवल होटल मे ही खाना को सुंदर ठंग से सजा कर ले  आते है।किसके खाने की खूबसूरती बहुत अच्छी लगती हैं।