अमिताभ बच्चन ने बॉलीवुड इंडस्ट्री पर एक समय में राज किया है। एक्टर का नाम एक से बढ़कर एक हसीनाओं संग जुड़ा, जिसमें जीनत अमान, परवीन बॉबी और स्मिता पाटिल जैसी अभिनेत्रियों का नाम शामिल है। मगर रेखा संग उनके अफेयर की चर्चाएं तो सदाबहार ही रहीं। मगर एक वाकया ऐसा हुआ, जिसने जया बच्चन को काफी परेशान करके रख दिया था।
बताते चलें कि एक वक्त था, जब अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और रेखा तीनों एक ही छत के नीचे रहा करते थे। हैरानी की बात है कि अमिताभ की शादी के तीन साल के बाद ही रेखा संग उनके अफेयर की खबरें उड़ने लगीं। मगर फिर एक वाकया ऐसा हुआ, जिसने जया बच्चन को काफी परेशान करके रख दिया था।
फिल्म 'दो अनजाने' के सेट पर भी कई वाकये ऐसे हुए, जिनमें रेखा काफी अजीबोगरीब बर्ताव करती दिख जाती थीं। रेखा कई बार ऐसा बर्ताव करती थीं, मानो वो अमिताभ बच्चन की बीवी हों। जब भी अमिताभ बच्चन आते थे तो कई बार वे ऐसा कुछ करती थीं कि सबकी नजरें उन्हीं पर आकर टिक जाती थीं।
रेखा कभी अमिताभ का नाम नहीं लेती थीं बल्कि वे उन्हें शादीशुदा महिला की तरह इन्होंने या फिर इनको बुलाती थीं। कई लोगों ने इस बात पर गौर किया था। रेखा जया बच्चन को दीदी कहती थीं। मगर एक दफा जया बच्चन भी काफी हैरान रह गईं, जब रेखा नीतू कपूर और ऋषि कपूर की शादी में सिंदूर लगाकर पहुंची थीं। इस वाकये ने अमिताभ संग उनके अफेयर की खबरों को खूब हवा देने का काम किया थाअभिनेत्री अरुणा ईरानी ने अपने जमाने के कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया है. हाल ही में उन्होंने अपने अनुभवों को साझा किया. राजेश खन्ना के साथ तो उनकी अच्छी बॉन्डिंग थी, लेकिन अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा के साथ ऐसा नहीं था.
अरुणा ने बताया कि राजेश खन्ना बहुत अच्छे इंसान थे. वो उन्हें 'बेन' कहकर बुलाते थे और उनके साथ घुलने-मिलने में सहज रहते थे. वहीं, अमिताभ बच्चन के बारे में उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया. अरुणा के मुताबिक, अमिताभ सेट पर सब से अलग रहते थे और ज्यादातर वक्त अपने कमरे या vanity van में ही बिताते थे.1999 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन की फिल्म सूर्यवंशम भले ही बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई, लेकिन यह फिल्म आज भी टीवी पर लोगों का मनोरंजन करती है। फिल्म में अमिताभ बच्चन और सौंदर्या जैसे बड़े सितारों के साथ, छोटे हीरा ठाकुर का किरदार निभाने वाले बच्चे ने भी लोगों का दिल जीत लिया था।
यह बच्चा पीबीएस आनंदवर्धन था। बहुत कम लोगों को पता है कि आनंदवर्धन इस फिल्म में काम नहीं करना चाहते थे, लेकिन उनके दादाजी का सपना था कि वह फिल्मों में काम करें।
फिल्म की रिलीज के 23 साल बाद, आनंद का लुक पूरी तरह बदल चुका है। उन्होंने फिल्मी पर्दे से दूरी बना ली है और अब अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वह सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें शेयर करते रहते हैं।