आज कम के पेरसेंट बच्चो को लेकर बहुत ही चिंता करते है, कि उनकी परवरिश कैसे करे, कि उनकर बच्चे अच्छे संस्कारी, सभ्य हो।
बच्चो को अनुशान :_आज कल के पेरेसेंट बच्चो को बहुत प्यार करते है जिससे बच्चे अपने मन की करते है,बच्चो की अच्छी पटवारी के लिए सबसे पहले बचो को अच्छी अनुशानन देना चहिए,बच्चो मैं डिसिप्लिन होना बहुत जरूरी है।टाइम पर पढ़ाई,टाइम पर खाना,सोना,और अपना ज्यादा से ज्यादा कर काम खुद करना।
बच्चो को संस्कार देना:_पेरेसेंट का पहला कर्तव्य होता है की बचो को अच्छे से अच्छे संस्कार दे।बड़े का आदर करे,प्यार से बोले,गुस्सा न करे,सबकी बात माने, घर मई ही न बाहर अंजान लोगो से भी तमीज से बात करे।
बच्चो को जिद्दी न बनाने दे:_पेरेंट्स बच्चो से इतना प्यार करते है की कुछ बच्चे इसका फायदा उठा लेते है।और जिद्दी बना जाते है। पेरेंट्स को प्यार लिमिट मे करना चाहिए जो चीज गलत हो च बच्चो को डटना भी जरूरी होता है।
बच्चो को टाइम दे:_आज कल भाग दौड़ की जिंदगी मे समय बहुत कम मिलता है कि पेरेंट्स बच्चो को टाइम दे पाते है।पेरेसेंट को बच्चो को जहा तक उप पाए ज्यादा से ज्यादा टाइम दे,जिससे बच्चे को आप समझ सको,और बच्चा आपको ।
बच्चो की बात सुनो:_हम लोगो पेरेंट्स मैं बहुत पेरेंट्स अपने बचो की बात नही सुनते है,कोई पेरेसेंट कहते है अभी काम कर रहे है बाद मे,कोई सुनता है तो ध्यान से नही, जबकि बच्चा जब भी आपके पास आए खुच बात करने को उसकी बात ध्यान से सुने,हो सके तो अपने बच्चो से आप ही बात करे की आज का दिन कैसा गया,क्या हुआ आज,जिससे आपकी ओर आपके बच्चे की बॉन्डिंग अच्छी होगी।और सी बार एक बात आपको शेयर करेगा ।
वीकेन्न पर घूमने:_कभी टाइम निकल कर बचो के साथ बाहर जाना चाहिए,उनके साथ एक्टिवाइट करना चाहिए।जिससे बच्चे और आप दोनो इंजॉय कर सकें।
बच्चो की पढ़ाई पर ध्यान:_पेरेसेंट को ट्यूशन टीचर के भरोसे बच्चो को नही छोड़ना चाहिए।जब भी टाइम हो उनके स्टडी पर भी ध्यान और बात करना चाहिए ।
बच्चो की संगति :_संगति बहुत छोटा वर्ड होता है पर बच्चो के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।कहा जाता है जैसी संगति वैसा असर,इसलिए पैरेंट्स को बहुत ज्यादा ध्यान देना चाहिए की बच्चे किससे मिलते, खेलते और बात करते है । संगति से अच्छे बच्चे खराब हो जाते है।
इसलिए परिवार के फैमिली मेंबर और पेरेसेंट सभी को बच्चे की लाइफ को अच्छा बनाने के लिए अनुशासन,संस्कार, संगति,टाइम देना,सभी चीज का ध्यान देना बहुत ही जरूरी है ।